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आयुर्वेद और स्वास्थ्य

क्या आप पेशाब करने में देरी कर रहे हैं, तो हो जाइए सावधान

- एक किडनी में होते हैं एक लाख छोटे फिल्टर, जानिए कैसे साफ होता है शरीर का खून - इन 6 बातों का रखें ध्यान, ताकि किडनी रहे स्वस्थ

Updated at: 2022-12-14
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आयुर्वेदिक बाबा।

क्या है किडनी। किडनी यानी गुर्दे हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है। ये हमारे शरीर में एक तरह से फिल्टर का काम करते हैं। शरीर की गंदगी व अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का काम किडनी का ही होता है। इससे शरीर में द्रव यानी लिक्विड का संतुलन और इलेक्ट्रोलाइट्स का स्तर सही रहता है।

कैसे काम करती है किडनी -

हमारे शरीर मे बहने वाला रक्त गुर्दे में आ जाता है और यहां जरूरत के अनुसार उसमें नमक, पानी, और खनिज समायोजित किए जाते हैं। यह फिल्टर किया हुआ रक्त शरीर में वापस चला (सर्कुलेट हो) जाता है। इस रक्त में से जो अपशिष्ट निकलता है वह मूत्र में बदल जाता है, जो गुर्दे की थैली में इकट्ठा होता है। किडनी में एक फ़नल-आकार की संरचना है , जो एक ट्यूब के नीचे जाती है जिसे मूत्राशय या मूत्रवाहिनी कहा जाता है।

एक गुर्दे में होते हैं एक लाख छोटे फिल्टर -

प्रत्येक गुर्दे में लगभग एक लाख छोटे फिल्टर होते हैं जिन्हें नेफ्रोन कहा जाता है। हमारे शरीर का सारा रक्त दिन में कई बार किडनी में से गुजरता है। वयस्क व्यक्ति के मूत्राशय में 400 से 500 मिलीलीटर पेशाब एकत्रित हो सकता है। किडनी की गंभीर समस्या कई बार मृत्यू का कारण भी बन सकती है। हाल ही में शेयर बाजार के शहंशाह माने जाने वाले राकेश झुनझुनवाला की भी किडनी की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। किडनी का मुख्य कार्य हमारे शरी से अपशिष्ट पदार्थों और विषैले कचरे को बाहर निकालना है।

जानिए किडनी रोग के शीर्ष 6 कारण -

  1. शौचालय जाने में देरी करना। अपने मूत्राशय में अपने मूत्र को बहुत देर तक रखना एक बुरा विचार है। एक भरा हुआ मूत्राशय मूत्राशय को नुकसान पहुंचा सकता है। मूत्राशय में रहने वाला मूत्र बैक्टीरिया को जल्दी से गुणा करता है। एक बार जब मूत्र मूत्रवाहिनी और गुर्दे में वापस आ जाता है, तो विषाक्त पदार्थ गुर्दे में संक्रमण, फिर मूत्र पथ के संक्रमण, और फिर नेफ्रैटिस और यहां तक कि यूरीमिया का कारण बन सकते हैं। जब प्रकृति बुलाती है - जितनी जल्दी हो सके करो।
  2. . ज्यादा नमक खाना। आपको रोजाना 5.8 ग्राम से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए।
  3. मांस खाना। आपके आहार में बहुत अधिक प्रोटीन आपके गुर्दे के लिए हानिकारक है। प्रोटीन पाचन अमोनिया पैदा करता है एक विष जो आपके गुर्दे के लिए बहुत विनाशकारी है।
  4. बहुत ज्यादा कैफीन पीना। कैफीन कई सोडा और शीतल पेय का एक घटक है। इससे आपका ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और आपकी किडनी खराब होने लगती है। इसलिए आपको रोजाना पीने वाले कोक की मात्रा कम कर देनी चाहिए।
  5. पानी नहीं पीना। हमारे गुर्दे अपने कार्यों को अच्छी तरह से करने के लिए ठीक से हाइड्रेटेड होना चाहिए। यदि हम पर्याप्त मात्रा में नहीं पीते हैं, तो विषाक्त पदार्थ रक्त में जमा होना शुरू हो सकते हैं, क्योंकि गुर्दे के माध्यम से उन्हें निकालने के लिए पर्याप्त तरल पदार्थ नहीं होता है। रोजाना 10 गिलास से ज्यादा पानी पिएं। यह जांचने का एक आसान तरीका है कि क्या आप शराब पी रहे हैं। पर्याप्त पानी पीने वाले अपने मूत्र के रंग को देखें; रंग जितना हल्का होगा, उतना अच्छा होगा।
  6. देर से इलाज। अपनी सभी स्वास्थ्य समस्याओं का ठीक से इलाज करें और नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य की जांच करवाएं। आइए अपनी मदद करें...भगवान नए साल में आपको और आपके परिवार को हर बीमारी से बचाएंगे।